अम्बे! चरण कमल हैं तेरे – अज्ञात

Mother’s International School in New Delhi, where my children studied, has a Morning Prayer session for all, every day.  This is one of the bhajans often sung in the assembly. Rajiv Krishna Saxena

अम्बे! चरण कमल हैं तेरे।

अम्बे! चरण कमल हैं तेरे।
हम भौरे हैं, जनम-जनम के
निशिदिन देते फेरे!

तू धरती, जग पालन करती,
अम्बर का आधार है तू माँ,
सब सुख झूठे, सब दुःख झूठे,
इस जीवन का सार है तू माँ,

तू सत्यम्‌, तू शिवम्‌ सुंदरम्‌
हम सब चपल-चितेरे॥
चरण कमल हैं तेरे।।
अम्बे! चरण कमल हैं तेरे।

ओस में आँसू, फूल में श्रद्धा,
अंतर में लेकर उजियारे,
तेरे मंदिर में नतमस्तक,
नभ के सूरज-चाँद सितारे,

हमने तेरी मुस्कानों में,
देखे मधुर सवेंरे।।
चरण कमल हैं तेरे।।
अम्बे! चरण कमल हैं तेरे।

अज्ञात  (From the book “Arpan Gaan”, Mother’s International School, New Delhi)

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