अंग्रेजी प्रेम – बरसाने लाल चतुर्वेदी

There is a famous bhajan “Yashoda Hari Paalne Jhulave”. The poem below is a parody of this bhajan it seems. Barsane Lal Ji is making gentle fun of people who have great love for English on cost of their own mother tongue. Rajiv Krishna Saxena

अंग्रेजी प्रेम

जसोदा
हरि अंग्रेजी पढ़ावै

मेरो लाल
कान्वैंट जात है
इंग्लिश पोयम गावै

टा टा कर जब
विदा होत है
रोम रोम हरषावै

‘आंटी’ सुनि
चाची बलि जावै
‘अंकल’ मूँछ फरकावै

डांस करत
कज़िन सिस्टर संग
नंदबबा मुसकावै

बरसाने, या छवि को निरखत
अंग्रेज़हु शरमावै।

~बरसानेलाल चतुर्वेदी

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