Another nursery rhyme. I learnt first four lines from my children when they were in Kindergarten (KG) and made up the rest. Artwork is also mine. Please also read another similar poems for children Kachhua Jal Ka Raja Hai, and Maindhak Jal Ka Rajkumar. Rajiv Krishna Saxena
मछली जल की रानी है
मछली जल की रानी है
जीवन उसका पानी है
हाथ लगाओ डर जाएगी
बाहर निकालो मर जाएगी
सारा पानी पी जाएगी
फिर वो स्कूल नही जाएगी
टीचर जी के घर जाएगी
एक समोसा खा जाएगी
फिर वो मोटी हो जाएगी
फिर घर जाकर सो जाएगी
~ अज्ञात / Rajiv Krishna Saxena
लिंक्स:
- कविताएं: सम्पूर्ण तालिका
- लेख: सम्पूर्ण तालिका
- गीता-कविता: हमारे बारे में
- गीता काव्य माधुरी
- बाल गीता
- प्रोफेसर राजीव सक्सेना
2 comments
Pingback: मेंढक जल का राजकुमार: राजीव कृष्ण सक्सेना – Geeta-Kavita
Pingback: कछुआ जल का राजा है – राजीव कृष्ण सक्सेना - Geeta-Kavita