भूख लगी है बिल्ली मौसी: राजीव कृष्ण सक्सेना

भूख लगी है बिल्ली मौसी: राजीव कृष्ण सक्सेना

Introduction

A hungry little boy waiting for his mother to come home, tells the Billi Mausi to cook some nice dish for him to eat. Billi does not know how to cook. Look at her reply!  Illustration is by Svarn Sinha.  Rajiv Krishna Saxena

भूख लगी है बिल्ली मौसी

भूख लगी है बिल्ली मौसी
इडली मुझको एक बना दो
संग नारियल चटनी दे दो
या फिर कोई केक बना दो

भूख लगी है बिल्ली मौसी
एक कचौरी मुझको तल दो
सब्जी ना हो तो भी होगा
बस थोड़ी सी चटनी मल दो

भूख लगी है बिल्ली मौसी
आलू काटो, फ्राई कर दो
नमक छिड़क दो उस पर थोड़ा
गरम पकोड़ा उस पर धर  दो

मुन्ने जो तुम मांग रहे हो
इडली चटनी हो या केक
गरम कचोरी, गरम पकोड़ा
फ्राई करूं या कर दूँ बेक

कभी नहीं सीखा  ये मैंने
मुझको आता नहीं बनाना
गरम दूध देती हूँ तुमको
गट गट करके तुम पी जाना

पी कर फिर कुछ टीवी देखो
या फिर सुन लो कोई गाना
मम्मी तब तक आ जाएगी
उसे बताना   क्या है खाना

~ राजीव कृष्ण सक्सेना

अक्टूबर 28, 2022

लिंक्स:

Copy Right:  This poem or any part of it, cannot be used in any form and in any kind of media, without the written permission from the author Prof. Rajiv K Saxena. Legal action would be taken if an unauthorized use of this material is found. For permission enquiries may be sent to rajivksaxena@gmail.com or admin@geeta-kavita.com.

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