Travelling by train
फुलाए छाती पार कर जाती, बालू रेत, आलू के खेत, बाजरा धान, बुड्ढा किसान, हरा मैदान, मंदिर मकान, चाय की दुकान

रेलगाड़ी रेलगाड़ी छुक छुक छुक छुक – हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय

Many of us have grown up with this poem. It used to be so popular in the golden age of Aakash Vani and we often heard it in the voice of the poet himself. The nostalgia of riding a train, often pulled by a steam engine is strong with many of us. As we children sat glued to window, myriad rural scenery was mesmerizing. The poem below recreates the magic. Rhythm in recitation of the poem, especially in names of town, and its synergy with the moving wheels of train, as it crossed vast plains, green forests and tall bridges over rivers, as it passed without stopping tiny railway stations where the station master stood waving his green flag, is magical! Later, the poem was used in the evergreen film of Ashok Kumar, Aashirwaad- Rajiv K. Saxena

रेलगाड़ी

आओ बच्चों रेल दिखायें
छुक छुक करती रेल चलायें
सीटी देकर सीट पे बैठो
एक दूजे की पीठ पे बैठो
आगे पीछे, पीछे आगे
लाइन से लेकिन कोई न भागे
सारे सीधी लाइन में चलना
आंखे दोनों नीची रखना
बंद आंखों से देखा जाए
आंख खुली तो कुछ न पाए
आओ बच्चों रेल चलायें

सुनो रे बच्चों, टिकट कटाओ
तुम लोग नहीं आओगे तो
रेलगाड़ी छूट जायेगी
आओ
सब लाइन से खड़े हो जाओ
मुन्नी तुम हो इंजन
ढब्बू तुम हो कोयले का डिब्बा
चुन्नू मुन्नू, लीला शीला
मोहन सोहन, जाधव माधव
सब पैसेन्जर, सब पैसेन्जर
एक, दो – रेलगाड़ी पी…

 

छुक छुक, छुक छुक
छुक छुक, छुक छुक
बीच वाले स्टेशन बोलें
रूक रूक, रूक रूक
रूक रूक, रूक रूक
तड़क धड़क, लोहे की सड़क
यहां से वहां, वहां से यहां
छुक छूक…

फुलाए छाती पार कर जाती
बालू रेत, आलू के खेत
बाजरा धान, बुड्ढा किसान
हरा मैदान, मंदिर मकान,
चाय की दुकान

पुल पगडंडी, टीले पे झंडी
पानी की कुंड, पंछी का झुंड
झोपड़ी झाड़ी, खेती बाड़ी
बादल धुआ, मोठ कुंआ

कुंऐं के पीछे, बाग बगीचे
धोबी का घाट, मंगल की हाट
गांव का मेला, भीड़ झमेला
टूटी दीवार, टट्टू सवार
रेलगाड़ी पी…

 

धरमपुर करमपुर, करमपुर धरमपुर
मांडवा खांडवा, खांडवा मांडवा
रायपुर जयपुर, जयपुर रायपुर
तलेगांव मलेगांव, मलेगांव तलेगांव

वेल्लोर नेल्लोर, नेल्लोर वेल्लोर
शोलापुर कोल्हापुर, कोल्हापुर शोलापुर
उत्कल डिंडीगल, डिंडीगल उत्कल
कोरेगांव गोरेगांव, गोरेगांव कोरेगांव
मेमदाबाद अहमदाबाद, अहमदाबाद मेमदाबाद
बीच वाले स्टेशन बोलें
रूक रूक, रूक रूक

कोरेगांव गोरेगांव, गोरेगांव कोरेगांव
मेमदाबाद अदमदाबाद, अहमदाबाद मेमदाबाद
बीच वाले स्टेशन बोलें
रूक रूक, रूक रूक

∼ हरिंद्रनाथ चट्टोपाध्याय

लिंक्स:

 

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