Here is a nice poem dipped in the nostalgia of growing up in a small town. Rajiv Krishna Saxena छोटे शहर की यादें मुझे फिर बुलातीं हैं मुस्काती रातें, वो छोटे शहर की बड़ी प्यारी बातें। चंदा की फाँकों का हौले से बढ़ना, जामुन की टहनी पे सूरज का चढ़ना। …
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