Here is a famous old poem by Charinjit. Little children can also do big deeds. An inspirational poem indeed for children. Rajiv Krishna Saxena हम बच्चे हैं छोटे–छोटे, काम हमारे बड़े–बड़े। आसमान का चाँद हमी ने थाली बीच उतारा है, आसमान का सतरंगा वह बाँका धनुष हमारा है। आसमान के …
Read More »जसोदा हरि पालने झुलावे – सूरदास
On the auspicious occasion of Janmashtami, here are two short poems of Surdas on baby Krishna. Rajiv Krishna Saxena जसोदा हरि पालनैं झुलावै जसोदा हरि पालनैं झुलावै। हलरावै, दुलराइ मल्हावै, जोइ-जोइ कछु गावै॥ मेरे लाल कौं आउ निंदरिया, काहैं न आनि सुवावै। तू काहैं नहिं बेगहिं आवै, तोकौं कान्ह बुलावै॥ …
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