Here is a simple and very sweet poem that many have read in school days. Lots of nostalgia here! Rajiv Krishna Saxena सुबह सूरज की किरणें आती हैं, सारी कलियाँ खिल जाती हैं, अंधकार सब खो जाता है, सब जग सुंदर हो जाता है। चिड़ियाँ गाती हैं मिलजुल कर, बहते …
Read More »फूलवाली – राम कुमार वर्मा
Here is an ode to the flower-girl, written by the well-known poet Ram Kumar Varma. Rajiv Krishna Saxena फूल–सी हो फूलवाली। किस सुमन की सांस तुमने आज अनजाने चुरा ली जब प्रभा की रेख दिनकर ने गगन के बीच खींची। तब तुम्हीं ने भर मधुर मुस्कान कलियां सरस सींची, किंतु …
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