Bal Swarup Rahi is one of my favorite poets. Here is a poem that is a realistic advisory for living a life. Rajiv Krishna Saxena अक्ल कहती है अक्ल कहती है, सयानों से बनाए रखना दिल ये कहता है, दीवानों से बनाए रखना लोग टिकने नहीं देते हैं कभी चोटी …
Read More »शिकायत – राम अवतार त्यागी
Love may desert us but the height of tragedy is when the resulting pain itself also deserts us. See it in the words of Ramavtar Tyagi. Rajiv Krishna Saxena शिकायत आँसुओ तुम भी पराई आँख में रहने लगे हो अब तुम्हें मेरे नयन इतने बुरे लगने लगे हैं। बेवफाई और …
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