Tag Archives: Garden

हम सब सुमन एक उपवन के – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

हम सब सुमन एक उपवन के – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

Here is a lovely poem most of us may have read in school days. Unity in diversity is emphasized here. Rajiv Krishna Saxena हम सब सुमन एक उपवन के हम सब सुमन एक उपवन के एक हमारी धरती सबकी, जिसकी मिट्टी में जन्मे हम। मिली एक ही धूप हमें है, सींचे गए …

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वर्षा के मेघ कटे – गोपी कृष्ण गोपेश

वर्षा के मेघ कटे – गोपी कृष्ण गोपेश

A very nice poem that describes the scene after the rain. Rajiv Krishna Saxena वर्षा के मेघ कटे वर्षा के मेघ कटे – रहे–रहे आसमान बहुत साफ़ हो गया है, वर्षा के मेघ कटे! पेड़ों की छाँव ज़रा और हरी हो गई है, बाग़ में बग़ीचों में और तरी हो …

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बागन काहे को जाओ पिया – रसखान

बागन काहे को जाओ पिया - रसखान

Born “Sayyad Ibrahim” in village Pihani in District Hardoi in the year 1615, Raskhan later moved to Delhi and then to the birthplace of Lord Krishna. His later writings are uniquely immersed in the love of Lord Krishna (See poem ‘Manus hon toh vahi Raskhan’ in Geeta-kavita). Till the time …

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