Gautam Buddha said that this world is a world of sorrows. Here Guru Nanak is saying the same. Except for few illusory moments of mirth, rest of the life is a struggle and frustration. Rajiv Krishna Saxena नानक दुखिया सब संसार नानक दुखिया सब संसार बूढ़ा बाप पड़ा बीमार माँ …
Read More »तू बावन बरस की, मैं बासठ बरस का- जेमिनी हरियाणवी
Madhumas (youthful passion) lasts for a short time. Couples get aged and the whole scenario changes. Here is a funny interpretation by Jamini Hariyanvi. Rajiv KrishnaSaxena तू बावन बरस की, मैं बासठ बरस का तू बावन बरस की, मैं बासठ बरस का न कुछ तेरे बस का, न कुछ मेरे …
Read More »अध्यापक की शादी – जैमिनि हरियाणवी
Here is a hilarious poem by Jamini Hariyanvi. How a school teacher treats his wife on the wedding night. Rajiv Krishna Saxena अध्यापक की शादी एक अध्यापक की हुई शादी सुहागरात को दुल्हान का घूँघट उठाते ही अपनी आदत के अनुसार उसने प्रश्नों की झड़ी लगा दी – “तेरा नाम …
Read More »वे और तुम – जेमिनी हरियाणवी
Here is a comparison between a lover and a neta, love and politics! Rajiv Krishna Saxena वे और तुम मुहब्बत की रियासत में सियासत जब उभर जाए प्रिये तुम ही बतलाओ जिंदगी कैसे सुधर जाए चुनावों में चढ़े हैं वे निगाहों में चढ़ी हो तुम चढ़ाया है तुम्हें जिसने कहीं …
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