Tag Archives: kids

खिलौने ले लो बाबूजी – राजीव कृष्ण सक्सेना

Sir, please buy some of my clay toys

In this age of computers games and electronics, where stands the old Khilone Wala who still makes toys of clay? Traditional arts appear to increasingly lose ground to modern technology. Here is the plea of such an old Khilone Wala who is struggling to survive in todays fast paced world …

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अगर पेड़ भी चलते होते – दिविक रमेश

What if the trees could walk!?

A simple and fun poem for children. What fun it would have been if the trees could walk? I have done the illustration myself. Rajiv Krishna Saxena अगर पेड़ भी चलते होते अगर पेड भी चलते होते कितने मजे हमारे होते बांध तने में उसके रस्सी चाहे जहाँ कहीं ले …

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गर्मी और आम – राजीव कृष्ण सक्सेना

गर्मी और आम – राजीव कृष्ण सक्सेना

A funny little poem for tiny tots. Illustration is by Garima – Rajiv Krishna Saxena गर्मी और आम गर्मी आई लाने आम घर से निकले बुद्धूराम नहीं लिया हाथों में छाता गर्म हो गया उनका माथा दौड़े दौड़े घर को आए पानी डाला खूब नहाए फिर वो बोले हे भगवान …

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क्या करूँ अब क्या करूँ – राजीव कृष्ण सक्सेना

क्या करूँ अब क्या करूँ - राजीव कृष्ण सक्सेना

A poem showing what goes on in the mind of a one and a half year old little boy. Rajiv Krishna Saxena क्या करूँ अब क्या करूँ माम को मैं तंग करूँ या डैड से ही जंग करूँ मैं दिन रहे सोता रहूँ फिर रात भर रोता रहूँ पेंट बुक …

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