Here is the latest and rather realistic report of the country from the pen of Acharya Bhagwat Dube. Rajiv Krishna Saxena राष्ट्र की रपट नेतृत्व गया है भटक बंधु क्या लिखूँ राष्ट्र की रपट बंधु कशमीर, आंध्र, आसाम सहित जलते हैं केरल, कटक बंधु सूखे चेहरे कुटियाओं के महलों की …
Read More »चल उठ नेता – अशोक अंजुम
In today’s political environment we see huge corruption all around. Retaining power by all means is the norm. Here is a poetic articulation of the situation by Ashok Anjum. Rajiv Krishna Saxena चल उठ नेता चल उठ नेता तू छेड़ तान! क्या राष्ट्रधर्म? क्या संविधान? तू नये नये हथकंडे ला! …
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