On the auspicious occasion of Janmashtami, here are two short poems of Surdas on baby Krishna. Rajiv Krishna Saxena जसोदा हरि पालनैं झुलावै जसोदा हरि पालनैं झुलावै। हलरावै, दुलराइ मल्हावै, जोइ-जोइ कछु गावै॥ मेरे लाल कौं आउ निंदरिया, काहैं न आनि सुवावै। तू काहैं नहिं बेगहिं आवै, तोकौं कान्ह बुलावै॥ …
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