Tag Archives: Love

अच्छा नहीं लगता – संतोष यादव ‘अर्श’

Santosh ‘Arsh’ sent me his poetry book entitled “Kya Pata”. I greatly enjoyed reading his work which reminded me of Dushyant Kumar. Here is a lovely poem showing the general feeling of dis-connect in postmodern world. Rajiv Krishna Saxena अच्छा नहीं लगता ये उड़ती रेत का सूखा समाँ अच्छा नहीं …

Read More »

आज मानव का सुनहला प्रात है – भगवती चरण वर्मा

When lovers meet there is magic in atmosphere. Here is a poem by Bhagwati Charan Varma that describes the feelings. Rajiv Krishna Saxena आज मानव का सुनहला प्रात है आज मानव का सुनहला प्रात है, आज विस्मृत का मृदुल आघात है आज अलसित और मादकता भरे सुखद सपनों से शिथिल …

Read More »

विज्ञान और मानव मन (कुरुक्षेत्र से) – रामधारी सिंह दिनकर

विज्ञान और मानव मन (कुरुक्षेत्र से) - रामधारी सिंह दिनकर

While man has made huge progress in science and has conquered Nature, his heart often revolts and yearns for peace in simple and natural living. Here is an excerpt from sixth chapter of the famous epic ‘Kurukshetra’ by Shri Ramdhari Singh Dinkar. Rajiv Krishna Saxena विज्ञान और मानव मन (कुरुक्षेत्र …

Read More »

वे और तुम – जेमिनी हरियाणवी

वे और तुम – जेमिनी हरियाणवी

Here is a comparison between a lover and a neta, love and politics!  Rajiv Krishna Saxena वे और तुम मुहब्बत की रियासत में सियासत जब उभर जाए प्रिये तुम ही बतलाओ जिंदगी कैसे सुधर जाए चुनावों में चढ़े हैं वे निगाहों में चढ़ी हो तुम चढ़ाया है तुम्हें जिसने कहीं …

Read More »

कौन तुम मेरे हृदय में? – महादेवी वर्मा

कौन तुम मेरे हृदय में? - महादेवी वर्मा

Here is excerpt from a famous poem of Mahadevi Verma. Love takes root in the heart and suddenly the world looks so different! Rajiv Krishna Saxena कौन तुम मेरे हृदय में कौन मेरी कसक में नित मधुरता भरता अलक्षित? कौन प्यासे लोचनों में घुमड़ घिर झरता अपरिचित? स्वर्ण सपनों का …

Read More »

बोलो माँ – अंजना भट्ट

Here is excerpt from a very emotional poem by Anjana Bhatt that brings forth the fear all children have of losing their mothers. It would moisten the eyes of many readers. Rajiv Krishna Saxena बोलो माँ तिनका तिनका जोड़ा तुमने अपना घर बनाया तुमने, अपने तन के सुंदर पौधे पर …

Read More »