Famous poet Bal Swaroop Rahi has written a large number of muktaks. Here are a few of them. Rajiv Krishna Saxena राही के मुक्तक मेरे आँसू तो किसी सीप का मोती न बने साथ मेरे न कभी आँख किसी की रोई ज़िन्दगी है इसकी न शिकायत मुझको गम तो इसका …
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