Here is an excerpt from a poem expressing the wishes of a poor poet for his love on her birthday. Rajiv Krishna Saxena जनम दिन आज है तेरा जनम दिन, तेरी फुलबगिया में फूल एक और खिल गया है किसी माली का आज की रात तेरी उम्र के कच्चे घर …
Read More »Here is an excerpt from a poem expressing the wishes of a poor poet for his love on her birthday. Rajiv Krishna Saxena जनम दिन आज है तेरा जनम दिन, तेरी फुलबगिया में फूल एक और खिल गया है किसी माली का आज की रात तेरी उम्र के कच्चे घर …
Read More »