Rahat Indori is a very well known shayar. Here are some of the verses penned by him. Rajiv Krishna Saxena लोग हर मोड़ पे लोग हर मोड़ पे रुक रुक के संभलते क्यों हैं इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यों हैं मैं न जुगनू हूँ, दिया हूँ …
Read More »Rahat Indori is a very well known shayar. Here are some of the verses penned by him. Rajiv Krishna Saxena लोग हर मोड़ पे लोग हर मोड़ पे रुक रुक के संभलते क्यों हैं इतना डरते हैं तो फिर घर से निकलते क्यों हैं मैं न जुगनू हूँ, दिया हूँ …
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